मैं तुम्हें अपना पुराना मन्त्र बताती हूं; यह बाह्य सत्ता को बहुत शान्त रखता है :
ॐ नमो भगवते।
ये तीन शब्द। मेरे लिए इनका अर्थ था :
ॐ-मैं ‘परम प्रभु’ से याचना करती हूं।
नमो-‘उन्हें’ नमस्कार।
भगवते-मुझे दिव्य बनाओ।
यह उनका अनुवाद है, यानी… मेरे लिए इसमें सब कुछ शान्त करने की शक्ति है।
संदर्भ : शिक्षा के ऊपर
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