भौतिक सुख सुविधा, तथाकथित आवश्यकताओं और आरामों के बारे में – चाहे वे जिस तरह के क्यों न हों – लालच साधना की सबसे गंभीर बाधाओं में से एक है। लालच से प्राप्त हर छोटी-मोटी संतुष्टि लक्ष्य से एक कदम पीछे हटना है ।
संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-२)
जो अपने हृदय के अन्दर सुनना जानता है उससे सारी सृष्टि भगवान् की बातें करती…
‘भागवत कृपा’ के सामने कौन योग्य है और कौन अयोग्य? सभी तो उसी एक दिव्य…
सच्चा आराम आन्तरिक जीवन में होता है, जिसके आधार में होती है शांति, नीरवता तथा…