श्रेणियाँ श्री माँ के वचन

क्या बच्चो को सज़ा देनी चाहिये?

सज़ा ? सज़ा से तुम्हारा क्या मतलब है? यदि एक लड़का कक्षा में शोर मचाता है और दूसरों को काम करने से रोकता है तो उससे ठीक तरह व्यवहार करने के लिए कहना चाहिये; और यदि वह फिर भी करता रहे तो उसे कक्षा से निकाल देना चाहिये। यह, यह तो कोई सज़ा नहीं, यह तो उसके किये का सहज परिणाम है । लेकिन सज़ा देना ! सज़ा देना ! तुम्हें सज़ा देने का कोई अधिकार नहीं ।

तुम बच्चों पर मनोवैज्ञानिक शासन तभी ला सकते हो जब तुम्हें स्वयं अपनी प्रकृति पर काबू हो ।

संदर्भ : शिक्षा के विषय में 

शेयर कीजिये

नए आलेख

रूपांतर का मार्ग

भगवान के प्रति आज्ञाकारिता में सरलता के साथ सच्चे रहो - यह तुम्हें रूपांतर के…

% दिन पहले

सच्चा ध्यान

सच्चा ध्यान क्या है ? वह भागवत उपस्थिती पर संकल्प के साथ सक्रिय रूप से…

% दिन पहले

भगवान से दूरी ?

स्वयं मुझे यह अनुभव है कि तुम शारीरिक रूप से, अपने हाथों से काम करते…

% दिन पहले

कार्य के प्रति मनोभाव

अधिकतर लोग कार्यों को इसलिये करते हैं कि वे उन्हें करने पड़ते है, इसलिये नहीं…

% दिन पहले

चेतना का परिवर्तन

मधुर माँ, जब श्रीअरविंद चेतना के परिवर्तन की बात करते हैं तो उनका अर्थ क्या…

% दिन पहले

जीवन उत्सव

यदि सचमुच में हम, ठीक से जान सकें जीवन के उत्सव के हर विवरण को,…

% दिन पहले