मुझे यह सिखाइये कि आपको पाने के लिए किस तरह प्रयास करूँ ?
तुम्हें अपनी इच्छा-शक्ति लगानी होगी ।
संदर्भ : श्रीमातृवाणी (खण्ड-१७)
अधिकतर लोग कार्यों को इसलिये करते हैं कि वे उन्हें करने पड़ते है, इसलिये नहीं…
मधुर माँ, जब श्रीअरविंद चेतना के परिवर्तन की बात करते हैं तो उनका अर्थ क्या…