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श्रीअरविंद के पत्र

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आलोचना की आदत
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आलोचना की आदत

by श्रीअरविंद 6 दिन ago6 दिन ago
भगवान पर भरोसा
820

भगवान पर भरोसा

by श्रीअरविंद 4 सप्ताह ago4 सप्ताह ago
  • 740
    श्रीकृष्ण का चित्र ऋतम उपाध्याय द्वारा
    श्रीअरविंद के वचन

    श्रीकृष्ण की प्राप्ति

    यदि व्यक्ति श्रीकृष्ण को पाना चाहता है, तो वह उन्हें पा लेता है किन्तु वे ऐसे देव हैं जो बड़ी परीक्षा लेते हैं और तुरन्त...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 8 महीना ago8 महीना ago
  • 190
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्रीअरविंद के वचन

    समान कार्य

    चैत्य पुरुष उन सबके लिए,जो आध्यात्मिक मार्ग के लिए बनें हैं, समान कार्य करता है – योग का अनुगमन करने के लिए लोगों को असाधारण...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 9 महीना ago9 महीना ago
  • 390
    महर्षि श्रीअरविंद अपने कक्ष में
    श्रीअरविंद के वचन

    आधे घंटे का ध्यान

    दिन में आधे घंटे का ध्यान संभव होना चाहिये – यदि चेतना में केवल एकाग्रता की आदत डालनी हो, जो पहले तो कार्य करते समय...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 9 महीना ago9 महीना ago
  • 480
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्रीअरविंद के वचन

    सरल तरीका

    … क्यों न सरल-सीधे ढंग से भगवान की ओर आगे बढ़ा जाये? सरल भाव से बढ्ने का मतलब है उन पर विश्वास रखना । यदि...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 9 महीना ago9 महीना ago
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    श्रीअरविंद के पत्र
    श्रीअरविंद के वचन

    केवल सत्य

    तुम जिस चरित्र-दोष की बात कहते हो वह सर्वसामान्य है और मानव प्रकृति में प्रायः सर्वत्र पाया जाता है। असत्य बात कहने का अथवा कम- से-कम...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 10 महीना ago10 महीना ago
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    श्रीअरविंद का चित्र
    श्रीअरविंद के वचन

    कार्य के प्रति मनोभाव

    अधिकतर लोग कार्यों को इसलिये करते हैं कि वे उन्हें करने पड़ते है, इसलिये नहीं कि उन्हें उनमें सुख प्राप्त होता है। प्रकृति केवल अपने...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 10 महीना ago10 महीना ago
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    श्रीअरविंद का चित्र
    श्रीअरविंद के वचन

    मेरा योग

    ऐसा लगता है कि तुम्हारें अन्दर पुकार उठी है और संभवतः तुम योग करने के लिए उपयुक्त हो; लेकिन योग के अनेक पथ हैं और...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 10 महीना ago10 महीना ago
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    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्रीअरविंद के वचन

    बाध्यता

    कोई भी हर व्यक्ति को हर चीज़ बताने के लिए बाध्य नहीं है – इससे प्राय: अच्छा होने की अपेक्षा हानि हो सकती है। हर...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 11 महीना ago11 महीना ago
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    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्रीअरविंद के वचन

    सन्यासी होना

    सन्यासी होना अनिवार्य नहीं है – यदि कोई ऊपरी चेतना में रहने के बजाय आन्तरिक चेतना में रहना सीख जाये, अपनी अन्तरात्मा या सच्चे व्यक्तित्व...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 11 महीना ago11 महीना ago
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    प्रभु श्रीअरविंद
    श्रीअरविंद के वचन

    जैन दर्शन और पूर्ण योग

    जैन दर्शन का संबंध व्यक्तिगत पूर्णता से है। हमारा प्रयास बिल्कुल भिन्न है। हम एक नवीन शक्ति के रूप में अतिमानस को उतार लाना चाहते...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 11 महीना ago11 महीना ago

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    दुश्मन को खदेड़ना

    दुश्मन को खदेड़ना

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    भागवत मुस्कान का ध्यान

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    मनोबल

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    मानसिक रूपायण

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    नयी चीज़ का डर

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    युवकों को आह्वान

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    प्रत्येक का अपना तरीका

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