चेतना

संकरे विचार से छुटकारा

. . . जब तुम्हें लगे कि पूरी तरह किसी संकरे, सीमित विचार, इच्छा और चेतना में बंद हो, जब…

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आध्यात्मिकता प्राप्त करने का अवसर

भगवान् केवल इस बात की प्रतीक्षा में हैं कि उनका ज्ञान प्राप्त किया जाये, जब कि मनुष्य उन्हें सर्वत्र अपने…

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जब मनुष्य अपने-आपको जान लेगा

.... मनुष्य का कर्म एक ऐसी चीज़ है जो कठिनाइयों और परेशानियों से भरी हुई है, यह एक ऐसे बीहड़…

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क्या होगा

एक परम चेतना है जो अभिव्यक्ति पर शासन करती हैं। निश्चय ही उसकी बुद्धि हमारी बुद्धि से बहुत महान है।…

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श्रीमां जो लाना चाहती हैं

मैं भौतिक जगत् में, धरती पर क्या लाना चाहती हूं : १. पूर्ण 'चेतना'। २. पूर्ण 'ज्ञान', सर्वज्ञता। ३. अजेय…

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आर्थिक स्थिति

क्या चेतना के सुधार से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति सुस्थिर हो जाती है? यदि "चेतना के सुधार" का मतलब है…

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अहंकार का त्याग

बाह्य कर्मों में अहंकार प्रायः छिपा रहता है और बिना पते लगे स्वयं को संतुष्ट करता रहता है - लेकिन,…

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पूर्णयोग का अर्थ

पूर्णयोग का अर्थ यह नहीं है कि व्यक्ति इस भौतिक जगत् को सदा के लिए इसके भाग्य पर छोड़ कर…

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गुरु में विश्वास

आध्यात्मिक पथ-प्रदर्शक से पूरी तरह लाभ उठाने के लिए शिष्य को तीन शर्तों  को निभाना होता है। पहली: उसे किसी…

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आधे घंटे का ध्यान

दिन में आधे घंटे का ध्यान संभव होना चाहिये - यदि चेतना में केवल एकाग्रता की आदत डालनी हो, जो…

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