भगवान के साथ सम्बंध स्थापित करना योग है, परम आनंद है तथा श्रेष्ठतम उपयोगिता है। मानवता की पहुँच के अन्दर…
मधुर मां, योग और धर्म में क्या अन्तर है? आह ! मेरे बच्चे... यह तो ऐसा है मानों तुम मुझसे…
सभी धर्म इस धारणा से आरम्भ होते हैं कि हमारे सीमित और मरणशील व्यक्तित्वों से महत्तर और उच्चतर कोई शक्ति…
साधक का अंतिम लक्ष्य क्या होना चाहिये? क्या योगी बनना नहीं होना चाहिये ? भगवान के साथ पूर्ण रूप से…