श्री माँ के वचन

बीमारी एक मिथ्यात्व है

जब शारीरिक अव्यवस्था आये तो तुम्हें डरना नहीं चाहिये, तुम्हें उससे निकल भागना नहीं चाहिये, तुम्हें उसका सामना साहस, शांति,…

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अहंकार

जब पहले मानवजाति की रचना हुई तो अहंकार एक करने वाला उपकरण था। सत्ता की विभिन्न अवस्थाएं अहं के चारों…

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सहायता

सहायता के लिये श्रीअरविंद को पुकारो और सब कुछ ठीक हो जायेगा। संदर्भ : श्रीमातृवाणी (खण्ड-१६)

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सबसे पहली आवश्यक चीज़

योग के लिए अपने आपको तैयार करने के लिए क्या करना चाहिये? सबसे पहले व्यक्ति को सचेतन बनना चाहिये। हम…

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मरकर दोबारा जन्म

यदि व्यक्ति यह अनुभव करे कि उसका इस जीवन का कार्य समाप्त हो गया है और अब भेंट देने के…

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श्रीअरविंद का कार्य

मैं श्रीअरविंद से मिलने के लिए भारत आयी। मैं श्रीअरविंद के साथ रहने के लिए भारत में रही। जब उन्होंने…

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शोक नहीं करो

यदि अग्नि-परीक्षाओं या त्रुटियों ने तुम्हें पछाड़ दिया है, यदि तुम दुःख के अथाह गर्त में डूब गये हो तो…

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उदाहरण बनो

हर एक पहले अपने लिए जिम्मेदार है; और अगर तुम औरों की सहायता करने की अभीप्सा रखते हो तो तुम…

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जप का क्या उपयोग ?

मधुर मां, जप का क्या उपयोग है? जब हम ध्यान के लिए बैठें तो क्या अपने अन्दर शान्ति और नीरवता…

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सम्मिलित एकाग्रता

उचित रूप में की गयी सम्मिलित एकाग्रता एक महान शक्ति हो सकती है। एक प्राचीन कहावत है कि यदि एक…

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