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श्रीअरविंद के वचन

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भगवान के दो रूप
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भगवान के दो रूप

by श्रीअरविंद 15 घंटे ago22 घंटे ago
सच्चा आराम
340

सच्चा आराम

by श्रीअरविंद 6 दिन ago6 दिन ago
  • 330
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्रीअरविंद के वचन

    महत्वपूर्ण सिद्धान्त

    न केवल अपनी आन्तरिक एकाग्रता में बल्कि अपनी बाह्य क्रियाओं व गतिविधियों में भी तुम्हें उचित मनोवृत्ति अपनानी चाहिये। यदि तुम ऐसा करो और प्रत्येक...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 1 वर्ष ago1 वर्ष ago
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    श्रीअरविंद अन्य क्रांतिकारियों के साथ
    श्रीअरविंद के वचन

    योग का अर्थ

    योग का अर्थ संयुक्त होना है तथा योग का सम्पूर्ण लक्ष्य मानव आत्मा की सर्वोच्च सत्ता के साथ तथा मानवता की वर्तमान प्रकृति की सनातन,...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 1 वर्ष ago1 वर्ष ago
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    श्रीअरविंद का चित्र
    श्रीअरविंद के वचन

    बाहरी विनम्रता

    एक आन्तरिक विनम्रता अत्यंत आवश्यक है, किन्तु मुझे नहीं लगता कि बाहरी विनम्रता बहुत उपयुक्त है (निस्संदेह दूसरों के साथ बाहरी व्यवहार में घमण्ड या...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 1 वर्ष ago1 वर्ष ago
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    श्रीअरविंद का चित्र
    श्रीअरविंद के वचन

    चेतना का परिवर्तन

    चेतना के परिवर्तन द्वारा वस्तुओं की बाहरी प्रतीतियों से निकल कर उनके पीछे की सच्चाई में जाना समस्त योग का लक्ष्य है । उसके साथ...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 1 वर्ष ago1 वर्ष ago
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    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्रीअरविंद के वचन

    सांसारिक जीवन

    सांसारिक जीवन संघर्ष का जीवन है – इस पर उचित तरीके से चलने के लिए तुम्हें अपना जीवन तथा अपनी क्रियाएँ भगवान को समर्पित करनी...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 1 वर्ष ago1 वर्ष ago
  • 480
    श्रीअरविंद अपने कक्ष में
    श्रीअरविंद के वचन

    स्थायी शांति

    जब तक कि मनुष्य अपने अन्दर गहराई में नहीं जीता और बाहरी क्रिया-कलापों को बस सत्ता की सतह के रूप में नहीं देखता, तब तक...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 1 वर्ष ago1 वर्ष ago
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    प्रभु श्रीअरविंद
    श्रीअरविंद के वचन

    कब तक

    कब तक तुम इस मन के गोलाकार पथों पर चक्कर खाते रहोगे ? अपनी क्षुद्र अहम सत्ता और नगण्य वस्तुओं से घिरे रहोगे ? संदर्भ...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 1 वर्ष ago1 वर्ष ago
  • 360
    महाप्रभु श्रीअरविंद घोष
    श्रीअरविंद के वचन

    सांसारिक जीवन में उचित तरीके से चलने का मार्ग

    सांसारिक जीवन संघर्ष का जीवन है – इस पर उचित तरीके से चलने के लिए तुम्हें अपने जीवन तथा अपनी क्रियाएँ भगवान को समर्पित करनी...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 1 वर्ष ago1 वर्ष ago
  • 1310
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्रीअरविंद के वचन

    व्यक्तिगत इच्छा का रूपान्तरण

    सबसे पहले हमें अपनी इच्छा को श्रीमाँ की इच्छा के साथ युक्त कर देना चाहिए और यह समझना चाहिए कि यह केवल यंत्र है और...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 1 वर्ष ago1 वर्ष ago
  • 540
    श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    श्रीअरविंद के वचन

    अवतार की आवश्यकता

    जब कोई विशेष कार्य करना होता है तब अवतार की आवश्यकता होती है। अवतार विशेष अभिव्यक्ति होते हैं जब कि बाकी समय सामान्य मनुष्य के...

    श्रीअरविंद
    by श्रीअरविंद 1 वर्ष ago1 वर्ष ago

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3 conditions of yoga auroville bases of yoga Mirra Alfassa Priti Das Gupta Sri Aurobindo Ashram sri aurobindo The Mother The Mother of Sri Aurobindo Ashram Pondicherry The Mother on Sports अध्यात्मिकता आंरोंविल आश्वासन कृपा निद्रा और स्वप्न पूर्ण योग प्रीति दास गुप्ता भागवत उपस्थिती भारत के लिये संदेश माताजी की झाकियां माताजी के वचन भाग-१ माताजी के वचन भाग-२ माताजी के वचन भाग - ३ माताजी के विषय में मातृवाणी योग योग समन्वय यौवन वयवहारिक ज्ञान साधकों के लिये विचार और सूत्र के प्रसंग में विश्वास व्यावहारिक ज्ञान साधकों के लिये शिक्षा के ऊपर श्रद्धा श्री अरविंद श्रीअरविंद श्रीअरविंद के वचन श्री अरविद श्री माँ श्री माँ अपने बारे में श्री माँ के बारें में श्री माँ के बारे में श्री माँ के संस्मरण श्री माँ शरीर के बारें में साधना साधना के संकेत श्री माँ द्वारा
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    भगवान के दो रूप

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  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    भगवान की बातें

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    यथार्थ साधन

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    सच्चा आराम

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  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    डरना नहीं

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    परिश्रम

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  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    चिंता न करो

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    जीवन का खालीपन

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  • श्रीअरविंद आश्रम की श्रीमाँ
    जगत से जाना ?

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    ज्योतिषियों की बात

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    ध्यान में बैठने का तरीका

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  • दर्शन संदेश १५ अगस्त २०१८ (२/४)
    भगवान् के कार्य को समझना

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  • श्रीअरविंद और श्रीमाँ के दर्शन
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    तेरे ज्ञान की अभीप्सा

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