श्रेणियाँ श्री माँ के वचन

श्रीअरविंद का कार्य

मनुष्य बीते कल की सृष्टि है ।

श्रीअरविंद आगामी कल की सृष्टि – अतिमानसिक सत्ता के आने – की घोषणा करने आये थे ।

संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-१)

शेयर कीजिये

नए आलेख

कठिन घड़ियाँ

धरती पर कठिन घड़ियाँ मनुष्यों को अपने तुच्छ निजी अहंकार को जीतने और सहायता तथा…

% दिन पहले

मन और प्राण की प्रगति

अगर मन, प्राण और शरीर का पुनर्जन्म नहीं होता, केवल चैत्य ही फिर से जन्म…

% दिन पहले

निम्न प्रकृति की पकड़ को रद्द करना

हमारी प्रकृति भ्रांति तथा क्रिया की बेचैन अनिवार्यता के आधार पर  कार्य करती है, भगवान…

% दिन पहले

स्वप्न

मधुर मां,   हम स्वप्न में अच्छे और बुरे में कैसे फर्क कर सकते हैं?…

% दिन पहले

“यह रही में।”

प्रभो, मैं तेरे सम्मुख हूं, दिव्य ऐक्य की धधकती अग्नि में प्रज्वलित हवि की तरह…

% दिन पहले

श्रीमाँ की सलाह

हमेशा भगवान् की उपस्थिति में ही निवास करो इस अनुभूति में रहो कि यह उपस्थिति…

% दिन पहले