सोने से पहले, जब तुम सोने के लिए लेटो, तो भौतिक रूप से अपने-आपको शिथिल करना शुरू करो (मैं इसे कहती हूं बिस्तर पर लत्ता बन जाना) ।
फिर अपनी भरसक सचाई के साथ, अपने- आपको, पूर्ण शिथिलता में भगवान् के हाथों में समर्पित कर दो, और… बस इतना ही ।
जब तक तुम सफल न हो जाओ कोशिश करते रहो और फिर तुम देखोगे ।
सन्दर्भ : माताजी के वचन ( भाग – ३ )
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