श्री माँ का संपर्क

श्रीमाँ का संपर्क सारे दिन और सारी रात भी बना रहता है । अगर तुम सारे दिन उनके साथ उचित संपर्क बनाये रखो तो प्रणाम भी अपना उचित फल लाएगा, क्योंकि ग्रहण करने के लिए तुम उचित अवस्था में होंगे ।

संदर्भ : माताजी के विषय में 

शेयर कीजिये

नए आलेख

मानवजाति की भलाई

जो व्यक्ति पूर्ण योग की साधना करना चाहता है  उसके लिये मानवजाति की भलाई अपने-आप…

% दिन पहले

भगवान् क्या है

 भगवान् क्या है? तुम श्रीअरविन्द के अन्दर जिनकी आराधना करते हो वे हीं भगवान् हैं…

% दिन पहले

श्रद्धा और विश्वास

श्रद्धा-विश्वास अनुभव पर नहीं निर्भर करता; वह तो एक ऐसी चीज है जो अनुभव के…

% दिन पहले

पूर्ण समता

जिन घटनाओं की हम प्रतीक्षा नहीं करते, जिनकी हम आशा या इच्छा नहीं करते, जो…

% दिन पहले

भौतिक चीजों की देखभाल

तुम जिन भौतिक चीजों का उपयोग करते हो उनको ठीक से सम्भाल कर न रखना…

% दिन पहले

उपस्थिती का अनुभव

मेरी प्यारी माँ, काश ! मैं अपनी अज्ञानी सत्ता को यह विश्वास दिला पाता कि…

% दिन पहले