श्री मातृमंदिर के 4 प्रवेश द्वारों का श्री माँ द्वारा प्रदत्त आध्यात्मिक आशय :
दक्षिण प्रवेश द्वार – महेश्र्वरी
उत्तर प्रवेश द्वार – महाकाली
पूर्व प्रवेश द्वार – महालक्ष्मी
पश्चिम प्रवेश द्वार – महासरस्वती
तुम इस समय यहाँ, यानी, धरती पर इसलिए हो क्योंकि एक समय तुमने यह चुनाव…
सभी अग्नि-परीक्षाओं के लिए कृतज्ञ होओ क्योंकि वे भगवान की ओर ले जाने वाले छोटे-से-छोटे…
जिसने एक बार अपने-आपको भगवान् के अर्पण कर दिया उसके लिए इसके सिवा कोई और…
सबसे पहले हमें सचेतन होना होगा, फिर संयम स्थापित करना होगा और लगातार संयम को…
भारत को, विशेष रूप से अभी इस क्षण, जिसकी ज़रूरत है वह है आक्रामक सदगुण,…
प्रेम और स्नेह की प्यास मानव आवश्यकता है, परंतु वह तभी शांत हो सकती है…
माताजी और मैं दो रूपों में एक ही 'शक्ति' का प्रतिनिधित्व करते हैं - अतः…
पत्थर अनिश्चित काल तक शक्तियों को सञ्चित रख सकता है। ऐसे पत्थर हैं जो सम्पर्क की…
माताजी, मैं आपको स्पष्ट रूप से बता दूँ कि में कब खुश नहीं रहती; जब…