पत्थर अनिश्चित काल तक शक्तियों को सञ्चित रख सकता है। ऐसे पत्थर हैं जो सम्पर्क की कड़ी का काम दे सकते हैं, ऐसे पत्थर हैं। जो बैटरी का काम दे सकते हैं। ऐसे पत्थर हैं जो किसी शक्ति को संरक्षण के लिए रख सकते हैं। मेरे बच्चे, वह सचमुच विलक्षण है। तुम पत्थर में (विशेषकर एमेथिस्ट या जम्बुमणि में) संरक्षण की शक्ति को सञ्चित कर सकते हो और वह शक्ति सचमुच पहनने वाले की रक्षा करती है। यह बहुत मजेदार है। मैंने इसका अनुभव किया है। मेरा एक आदमी से परिचय था जिसके पास ऐसा पत्थर था जो संरक्षण की शक्ति से भरा था, और जब वह उसे पहनता था तो वह अद्भुत…। ऐसे पत्थर होते हैं जो घटनाओं की पूर्व-सूचना देने के उपयोग में आ सकते हैं। कुछ लोग इन पत्थरों में आने वाली घटनाओं को पढ़ सकते हैं। पत्थर सन्देश वहन कर सकते हैं। स्वभावतः, इसके लिए दोनों ओर योग्यता होनी चाहिये-एक ओर एकाग्रता की काफी प्रबल शक्ति और दूसरी ओर बहुत अधिक यथार्थ शब्दों का उपयोग किये बिना भी सीधा देख और पढ़ सकने की क्षमता। फलतः, चूँकि वे बैटरी का काम दे सकते हैं अतः इसका मतलब यह हआ कि वे अपने अन्दर स्वयं शक्ति का स्रोत लिये रहते हैं, अन्यथा वे ग्रहणशील न होते। इस प्रकार की शक्ति ही स्फटिकीकरण के मूल में होती है, उदाहरण के लिए, शैल-स्फटिक ले लो जिनमें ऐसे सुन्दर और पूर्ण सामञ्जस्ययुक्त नमूने होते हैं। यह केवल एक ही चीज से आ सकती है और वह है केन्द्र में ‘उपस्थिति’। हां, तुम इसे नहीं देखते क्योंकि तुम्हारे अन्दर आन्तरिक संवेदन-शक्ति नहीं है। लेकिन एक बार तुम्हारे अन्दर चीजों के पीछे रहने वाले प्रेम की शक्तियों को सीधा अनुभव करने की क्षमता आ जाये तो तुम देखोगे कि वे शक्तियां सब जगह समान हैं। निर्मित वस्तुओं में भी तुम यह समझ सकते हो कि वे क्या कहती हैं।
सन्दर्भ : प्रश्न और उत्तर १९५३
तुम्हारी श्रद्धा, निष्ठा और समर्पण जितने अधिक पूर्ण होंगे, भगवती मां की कृपा और रक्षा भी…
भगवान् ही अधिपति और प्रभु हैं-आत्म-सत्ता निष्क्रिय है, यह सर्वदा शान्त साक्षी बनी रहती है…
अगर चेतना के विकास को जीवन का मुख्य उद्देश्य मान लिया जाये तो बहुत-सी कठिनाइयों…
दुश्मन को खदेड़ने का सबसे अच्छा तरीक़ा है उसके मुँह पर हँसना! तुम उसके साथ…
आलोचना की आदत-अधिकांशतः अनजाने में की गयी दूसरों की आलोचना-सभी तरह की कल्पनाओं, अनुमानों, अतिशयोक्तियों,…