हे माँ , मैं आपकी उपस्थिति का अनुभव क्यों नहीं करता ?
मानसिक गतिविधि की अतिशयता ही तुम्हें मेरी उपस्थिति का अनुभव करने से रोकती है ।
संदर्भ : श्रीमाँ का वार्तालाप शान्ति दोशी के साथ
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