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अतिमानस की स्थायी उपस्थिती

जब अतिमानसिक दैहिक मन में अभिव्यक्त होगा, केवल तभी उसकी उपस्थिती स्थायी हो सकती है ।

संदर्भ : माताजी के वचन (भाग-३)

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