श्री माँ के वचन

मेरी उपस्थिती

मेरे अन्दर से उस समस्त अंधकार तो निकाल दो जो मुझे अंधा बना देता है और हमेशा मेरे साथ रहो…

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अभ्यास

ज़रा-सा सच्चा निष्कपट और नियमित अभ्यास, बहुत से अल्पजीवी प्रणों से कहीं अधिक मूल्यवान है। संदर्भ : श्रीमातृवाणी (खण्ड -१६)

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बच्चो की शरारत

बच्चों को यह समझ कर शरारत छोडनी चाहिये कि शरारती होना शर्म की बात है, न कि सजा के डर…

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सच्चाई

सच्चाई का अर्थ है, अपनी सत्ता की सभी गतिविधियों को उस उच्चतम चेतना तथा उच्चतम सिद्धि तक उठाना जिन्हें पहले…

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सच्चा प्रेम

भगवान के लिये सच्चा प्रेम है, बिना कुछ माँगे अपने-आपको दे देना। वह प्रेम समर्पण और उत्सर्ग से भरा होता…

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ड़र दूर करने का सरल उपाय

जब ड़र लगे तब व्यक्ति को क्या करना चाहिये ? यह इस पर निर्भर करता है कि तुम कौन हो…

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शिक्षा के दोष

आज  हमारी शिक्षा कौन - से दोषों और भ्रांतियों का शिकार है ? हम उनसे कैसे बच सकते हैं ?…

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पहली चीज़

पहली चीज़ है अपने-आपको विचार, भाव और क्रिया में विश्व के केंद्र में न रखना, मानों उसका अस्तित्व तुम्हारे लिए…

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वृत्ति

सत्य वृत्ति है विश्वास की  वृत्ति, आज्ञाकारिता की वृत्ति, निवेदन की वृत्ति। संदर्भ : प्रश्न और उत्तर १९५५

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विद्यार्थियों की प्रार्थना

हमें वह वीर योद्धा बना जो बनने के लिए हम अभिप्सा करते हैं। वर दे कि हम डटे रहने का…

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