श्री माँ के वचन

शिष्य की प्रार्थना

मेरी प्यारी माँ, मेरा हृदय तुम्हारें चरणों की  ओर दौड़ना चाहता है और अपने-आपको तुम्हारे अन्दर खो देना चाहता है…

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नीरवता के कुछ क्षण

'तेरे' आगे नीरवता में बीते कुछ क्षण आनंद की शताब्दियों के बराबर हैं। ... ओह ! कितना मधुर है नीरवता…

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नीरवता का अभ्यास

... कम-से-कम दो बार प्रतिदिन, नीरवता प्राप्त करने का अभ्यास करना सर्वदा ही बहुत अच्छा है, परंतु वह सच्ची नीरवता…

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श्रीमाँ की प्रार्थना

हे तू, एकमात्र परम सद्वस्तु, हमारे प्रकाश के प्रकाश और हमारे जीवन के जीवन, हे परम प्रेम, हे संसार के…

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प्रगति के लिये प्रयास

माताजी, हर बार जब मैं अपनी चेतना में  जरा उठने की कोशिश करता हूँ तो एक धक्का-सा लगता है और…

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सहन करना

सहन करना श्रेष्ठ भाव से भरपूर होना है ; इसका स्थान पूर्ण समझ को लेना चाहिये। संदर्भ : माताजी के…

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संगठन की आवश्यक शर्तें

कोई संगठन ठीक तरीके से चलें इसके लिए आवश्यक शर्तें है कि एक स्पष्ट और यथार्थ दृष्टि हो कि क्या…

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औरों की भूल

औरों की भूल पर क्रुद्ध होने से पहले तुम्हें अपनी भूलों को याद कर लेना चाहिये। संदर्भ : माताजी के…

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तुम्हारी दिलचस्पी

वास्तविक तथ्य यह है कि विश्व में जिस चीज़ में तुम्हारी दिलचस्पी है - सीधे या घुमावदार रूप में, वह…

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मिथ्यात्व को जीतने की पहली शर्त

अतिमानस अपने-आपमें केवल 'सत्य' ही नहीं, बल्कि मिथ्यात्व का नितान्त निषेध है। अतिमानस ऐसी चेतना में कभी नहीं उतरेगा, प्रतिष्ठित…

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