
वर्षा के लिए प्रार्थना
एक बार हैदराबाद में भारी सूखा पड़ा। लोगों ने यज्ञ कराए, संत-फ़क़ीरों से सहायता ली किंतु वर्षा की एक बूँद भी नहीं गिरी। अकाल पड़ने...
एक बार हैदराबाद में भारी सूखा पड़ा। लोगों ने यज्ञ कराए, संत-फ़क़ीरों से सहायता ली किंतु वर्षा की एक बूँद भी नहीं गिरी। अकाल पड़ने...
स्वर्गीय श्री पृथ्वीसिंह नाहर ने बताया, “एक दिन निद्रा की स्थिति में मुझे अचानक अपने ह्रदय में कुछ बेचैनी और भारीपन की प्रतीति हुई जो...
स्वर्गीय उदय सिंह नाहर जब आश्रमवासी हुए तब उनकी आयु बहुत कम थी किंतु शीघ्र ही श्रीमाँ ने उन्हें अपने कक्ष की सफ़ाई करने का...
जब श्रीमाँ सामूहिक ध्यान कराती थीं, उदाहरण के लिये आश्रम की क्रीड़ास्थली में, उस समय उनके चतुर्दिक एकत्रित लोगों के साथ-साथ एक दूसरे प्रकार के...
आश्रम में प्रायः सभी साधक एक-दो घंटे व्यायाम करते हैं। स्वर्गीय परिचंद एक विद्वान व्यक्ति थे और अध्ययन के बहुत प्रेमी थे। एक बार उन्होंने...
दस वर्ष का चेला बहुत शरारती था। एक बार उसने आश्रम की क्रीड़ाभूमि में एक छोटी बालिका के हाथ से उसकी गेंद छिनने की कोशिश...
दीर्घ प्रतीक्षा के बाद आखिरकार वह क्षण आ ही गया जब चमनलाल की अभीप्सा पूरी हुई और वे प्रथम बार पांडिचेरी आश्रम आ सके। किन्तु...
एक बार एक महिला श्रीमाँ के दर्शन करके उनके कक्ष से बाहर आयीं। वे भागवत प्रेम से अभिभूत थी। हृदय में उल्लास इस प्रकार उमड़...
जब भक्त लोग श्रीमाँ के दर्शन को जाते थे तो उनके दिव्य रूप और माधुरी के प्रभाव से सुध-बुध खो बैठते थे। समय कैसे पंख...
प्रातः पुष्प वितरण के समय श्रीमाँ को लगभग दो घंटे एक ही स्थान पर खड़े रहना पड़ता था। एक दिन एक साधिका प्रीति दास गुप्ता...